कैंसर से बचे हर व्यक्ति की कहानी अलग होती है। कुछ बच्चों के रोग की पहचान तब हुई थी जब वे नवजात शिशु थे और उन्हें अपनी बीमारी याद नहीं रहती। बचपन में होने वाले कैंसर से बचे अन्य लोग किशोरावस्था में या 20 वर्ष के थे। कैंसर का उनके जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा।
अमेरिका में 500,000 से अधिक बचपन में होने वाले कैंसर से बचे व्यक्ति हैं। अक्सर बचपन में होने वाले कैंसर से बचे लोगों को इलाज के कारण अलग-अलग चुनौतियाँ झेलनी पड़ती हैं। उनकी कहानियाँ जानने से कैंसर से बचे साथियों को वैसी ही समस्याओं से निपटने मदद मिल सकती है।
भले ही कैंसर से बचे हर व्यक्ति की कहानी अलग-अलग हो, लेकिन उन सभी में एक बात समान है – वे सभी कैंसर से बचकर आए हैं। उनकी प्रेरक कहानियाँ यहाँ पढ़ें।
बचपन के कैंसर की मेरी कहानी तब शुरू हुई जब मैं 12 साल की था, रक्षा बंधन त्योहार के दिन, उस दिन मैं अपने चचेरे भाई को राखी बांधने का इंतजार करते-करते बेहोश हो गई। जब मुझे होश आया तो मैं अस्पताल में थी .